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मेरी डायरी

क्या मैं सुंदर हूं?

15 साल की कनिका अपनी मम्मा के साथ शॉपिंग कर रही थी। उसी दौरान कनिका को एक सेल्स गर्ल कुछ क्रीम दिखाती है और बोलती है की यह खरीदने  बहुत ज़्यादा ज़रुरत है। लेकिन कनिका इससे थोड़ी उदास हो जाती है और अपनी डॉयरी पर अपने मन की बातों को लिखकर हमारे साथ शेयर करती है।

प्यारी डायरी, 

मैं आज खरीदारी करने गयी। उस स्टोर में अचानक से एक दीदी मेरे सामने आ गईं। उसने मुझे एक बहुत लम्बा चौड़ा लेक्चर दिया और बोलै की मेरे को एक क्रीम खरीदनी चाहिए अपने डल चेहरे के लिए! यार डायरी, क्या मैं उतनी खूबसूरत नहीं हूँ जितनी होना चाहिए? 

इतना ही नहीं, उसने मुझे बताया कि मेरी त्वचा बहुत बेजान, पिंपल्स और ब्लैकहेड्स वाली है और वह क्रीम खरीदने से मेरी त्वचा साफ हो जाएगी। मुझे इसे खरीदने की इच्छा थी लेकिन इतने पैसे नहीं थे! मैंने उससे कहा कि मैं किसी और दिन वापस आऊंगी और थोड़ा बुरा महसूस करते हुए मैं दुकान से चली गई!

घर आने के बाद मैंने अपना इंस्टाग्राम खोला और अपने पसंदीदा इंफ्लूएंसर को भी उसी क्रीम की ऐड करते हुए देखा, जो तुम्हारी त्वचा को चमकदार बना देगा! एक और ऐड तेजी से वजन कम करने के लिए एक डाइट प्लान के बारे में था! यह बहुत ज्यादा हो गया है – क्या यह सब ऐड और रील्स मेरी फीड पे इसलिए  आ रही हैं क्यूंकि मैं सुन्दर नहीं  हूँ? 

तो असलियत क्या है?

इस तरह की तमाम परेशानियों के बीच, मुझे बहुत खुशी है कि मेरी बहन निशा हमेशा मुझसे सच कहती है। वो सिर्फ मेरी बहन ही नहीं बल्कि मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी है! मैं हमेशा उसे अपने जीवन की हर बात बताती हूं और इसलिए मैंने उसे बताया कि आज सुपरमार्ट में क्या हुआ था।

उसने मुझसे कहा कि मेकअप, ब्यूटी प्रोडक्ट्स आदि का इस्तेमाल करना बुरा नहीं है लेकिन किसी और की सुंदरता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। जैसे- अगर मैंने ये किया तो सामने वाला मुझे पसंद करेगा। इस तरह की सोच तो बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। हर इंसान अपने तरीके से अनमोल और सुंदर है, चाहे वह कैसा भी दिखता हो।

मैंने पूछा कि लेकिन फिल्म स्टार्स का क्या? वे इतने सुंदर कैसे हो सकते हैं? उसने कहा कि स्टार्स फिल्म, टीवी और सोशल मीडिया पर वैसा दिखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। इसके अलावा भी उनके लुक्स को एडिट किया जाता है ताकि वे वास्तव में “बेहतर” दिखाई दें। हालांकि अपनी तुलना उनसे करना बिल्कुल भी सही नहीं है।

हम सड़े हुए टमाटर जैसे भी दिख सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि हम बदसूरत दिखते है, बल्कि असल जिंदगी में हमारा एकमात्र फोकस अपने लुक्स पर नहीं हो सकता है, है ना? हमारे लिए खुशी का मतलब हमारा यकीन है, काम है, रिश्ते हैं- केवल बाहर की सुंदरता काफी नहीं होती बल्कि अंदर से भी सुंदर होना चाहिए।

अपनी फेवरेट बनो 

उसने मुझसे कहा कि कभी-कभी अपने आप को स्वीकार करना मुश्किल हो जाता है लेकिन इससे भी ज़्यादा  इम्पोर्टेन्ट है वो यह है  की हम अपनी ताकत को पहचाने। कोई भी 100 प्रतिशत अच्छा या बुरा नहीं हो सकता है, बल्कि हम सबके अंदर अलग-अलग शक्ति है। कभी-कभी हमें केवल एक प्रोत्साहन की जरुरत होती है। बस, इससे ज्यादा कुछ नहीं।

तो मैं सभी लड़कियों को कुछ कहना चाहती हूं – अगर तुम्हारा सामना किसी ऐसे व्यक्ति से होता है, जो तुम्हें नीचा दिखाने की कोशिश करता है या तुम्हारा मज़ाक उड़ाता है, तो गहरी सांस लो! उसे रुकने के लिए कहना तुम्हारा अधिकार है और ये कोई ड्रामा नहीं है।

तुम्हारा शरीर, तुम्हारी पसंद। यदि अच्छे कपड़े पहनना और बाहर जाना तुम्हें सही नहीं लगता है या तुम किसी बात से परेशान हो, तो कोई बात नहीं! लेकिन अगर तुम्हें मेकअप और फैशन पसंद है तो यह भी ठीक है।

सोशल मीडिया पर सभी तरह के लोगों को फ़ॉलो करो और ये बात याद रखो कि सुंदरता केवल एक पैकेज में नहीं आती है! जितना अधिक तुम दूसरों को सुंदर मानोगे, तुम भी अंदर से उतना ही सुंदर महसूस करोगे।

बात करो, मदद मांगों

अगर तुम्हें किसी बात से परेशानी है, जैसे- खुद के एपीयरेंस को लेकर, तो परेशान होने की जरुरत नहीं है। मैं तुम्हारी परेशानी समझती हूं। किसी करीबी दोस्त, बहन या परामर्शदाता/ट्रस्टेड एडल्ट से जरूर बात करें, जैसे मैंने की। मदद मांगना ताकत है, कमजोरी नहीं! किसी से मदद मांगना कमजोर होने की निशानी नहीं है बल्कि सुपरपॉवर की निशानी है।

हमें खुद से बात करना सीखना चाहिए जैसे हम अपने सबसे करीबी दोस्तों से करते हैं। हम कभी भी अपने दोस्तों की कमियों पर ध्यान नहीं देते। अगर हम अपने सबसे अच्छे दोस्त होते, तो हम कभी नहीं सोचते कि हम सुंदर हैं या नहीं!

निशा के बारे में और जानने के लिए यहां क्लिक करें.

क्या तुम सबको भी ऐसे ही कुछ ख्याल आते हैं अपनी बॉडी को लेकर? अगर हाँ, तो यह वीडियो देखना तो बनता है दोस्त!

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