#दिशासेपूछें एक सलाह कॉलम है जो कि टीनबुक इंडिया की संपादकीय टीम द्वारा चलाया जाता है। कॉलम में दी गई सलाह विज्ञान पर आधारित है लेकिन सामान्य है। माता-पिता और किशोरों को विशिष्ट चिंताओं या मुद्दों के लिए किसी विशेषज्ञ से मदद लेनी चाहिए।
मेरी दोस्त ने मेरे सीक्रेट्स सबको बता दिए!
हे दिशा ! मुझे अपनी क्लास में एक लड़का अच्छा लगता था और ये बात मैंने सिर्फ अपनी दोस्त को बताई थी। पर उसने ये बात पूरी क्लास में फैला दी, यहाँ तक की उस लड़के को भी सब पता चल गया! और तो और उसने मेरी टीचर के बारे में कही कुछ पुरानी बातें भी सबको बता दी। अब सब मुझे ‘बिगड़ी हुई लड़की’ समझते हैं। मुझे अब उससे नफरत है! मैं क्या करूँ! जिया, 15, दिल्ली
कोई बड़ी बात नहीं
जिया यार, इतनी सी बात? और तुम इतने बड़े बड़े शब्दों ( नफरत!) का इस्तेमाल कर रही हो, तुम भी ना! चिंता की क्या बात जब मैं हूँ तुम्हारे साथ 😉 पर सबसे पहली बात ये कि तुमने कुछ भी गलत नहीं किया है। किसी को पसंद करना बहुत नॉर्मल बात है। आखिर हम सबके पास फीलिंग्स होती हैं क्यों ? तो चिल गर्ल!
और रही टीचर वाली बात तो मुझे यकीन है कि जब तुम ने अपनी दोस्त से वो सब कहा, तब तुम किसी बात से परेशान थी और अपने मन की भड़ास निकल रही थी? ऐसा ही था न? और ये बात सिर्फ तुम्हारे और तुम्हारी दोस्त के बीच में ही रहनी चाहिए थी?
अगर ऐसा हैं जिया, तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है, तुमने किसी को भी चोट नहीं पहुँचाई और बाकी तो हम संभाल ही सकते हैं, क्यों?
बिगड़ी, तुम तो नहीं!
लेकिन पहले, मैं तुम्हारी उस दोस्त के बारे में बात करना चाहती हूँ, जिस पर तुम ने भरोसा किया। अगर “बिगड़ैल लड़की” जैसी कोई चीज है, तो वो तुम्हारी दोस्त है । अब बताओ बिगड़ैल का मतलब क्या होता है? वही ना, जो बिना किसी की फीलिंग्स की चिंता करे, बस वो करे जो उस का मन चाहता हैं? और ऐसा किसने किया, तुम्हारी दोस्त ने। तो कौन हुआ बिगड़ैल?
उसने पहले तुम्हारा भरोसा जीता, तुम्हारी बातें सुनी और फिर पहला मौका मिलते ही तुम्हे धोखा दे दिया।
उसने तुम्हारे भरोसे का इस्तेमाल ही नहीं, गलत इस्तेमाल किया हैं। तो अगर तुम्हारी क्लास में कोई ‘बिगड़ी हुई लड़की’ है तो वो तुम्हारी दोस्त है, तुम नहीं! तो इस ख्याल को अपने मन से निकालो!
उस लड़के से बात करो
हम्म तो अब तुम्हे क्या करना चाहिए? सबसे पहले उस लड़के से बात करो। हाँ थोड़ा डर लगेगा पर उसे समझाओ कि तुम्हे वो क्यों पसंद है, और की तुमने ये बात अपने दोस्त पर भरोसा कर के उसको बताई थी।
मेरा विश्वास करो ये सुनकर वो सातवें आसमान पर पहुँच जाएगा। आखिर कौन नहीं सुनना चाहेगा की उन्हें कोई पसंद करता है।
और देखा जाए तो तुम्हें उस लड़के को ये सब बताने में सालों लग जाते और तुम्हारी दोस्त ने ये काम एक झटके में कर दिया! हैं न? हाँ हाँ, ठीक है ,में कुछ ज्यादा थोड़ा ही पॉजिटिव हो रही हूँ, पर जो होता है अच्छे के लिए होता है, क्यों!!
इसलिए तुम्हे उस लड़के से बात करनी चाहिए। उसे समझाओ कि तुम उसे ऐसे नहीं बताना चाहती थी और ना ही उससे कोई जवाब माँग रही हो। बस उसके साथ अपनी फीलिंग्स शेयर कर रही हो। फिर आगे की कहानी उसके हाथ में होगी। और हाँ मैं फिर से कहूँगी कि ऐसा महसूस करना बिल्कुल नॉर्मल है और इसमें शर्मिंदा होने की कोई भी बात नहीं है। क्या पता तुम दोनों आगे चल कर अच्छे दोस्त बन जाओ?
माहौल बदल दो
अब रही वो टीचर वाली बात। वो बात भी अपने बाकी दोस्तों से शेयर करो। उन्हें बताओ की तुम्हारा मूड खराब था और जब तुमने वो बातें कही, तुम सिर्फ एक दोस्त से बात कर रही थी, बस भड़ास निकल रही थी। तुम्हारा उससे ज्यादा कोई मतलब नहीं था।
उसके बाद वो लोग किस पर विश्वास करते हैं, वो उनका फैसला है पर कम से कम तुम्हारी कहानी बाहर आएगी, वो भी तुम्हारे अपने शब्दों में। अब ये लोगों पर हैं कि वो इस सब के बारे में कैसा महसूस करते हैं और जो लोग सच में तुम्हारे दोस्त हैं, वो तुम्हारा साथ देंगे।
सोच के चुनें
और जिया यार प्लीज़, आगे से ऐसे दोस्तों को रीयल लाइफ से भी ब्लॉक कर देना जो तुम्हारी इज़्ज़त नहीं करते हैं। अपने दोस्तों को समझदारी से चुन ना।
मैं फिर से कहूँगी, की तुम्हे शर्मिंदा होने की कोई ज़रूरत नहीं है। शर्मिंदा उन्हें होना चाहिए जो तुम्हारे बारे में बाते बना रहे हैं। तुमने किसी को चोट नहीं पहुँचाई है। तो ये उनकी प्रॉब्लम है तुम्हारी नहीं।
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