जब सारा ने आर्यन को किस करने से मन किया, तो उसने सारा से कहा, “लेकिन तुम्हें पहले तो कोई प्रॉब्लम नहीं थी! रिश्तों में इस तरह की बातचीत काफी आम है मगर हमारा पार्टनर कब तैयार हैं और कब नहीं, यह थोड़ा कन्फ्यूजिंग हो सकता है। आइए इसे इस हफ्ते के क्यूरियोसिटी सेंट्रल में और पढ़ें...
दिशा दी, मैं बहुत उदास हूं। मेरा मन कर रहा है कि मैं घर छोड़ दूं। मेरे पैरेंट्स मुझे नहीं समझते। वे मुझे हर काम के लिए मना करते हैं और अब मैं बहुत परेशान हो चूका हूं। मैं घर पर इस स्थिति से कैसे निपटूं? अमन, 13, लुधियाना। टाइम अलग था अमन दोस्त, तुम्हारे और पढ़ें...
दिशा दी, मेरे मम्मी पापा मुझे बिल्कुल भी प्राइवेसी नहीं देते। उन्हें जब मन करता है, वे मेरे कमरे में आ जाते हैं। वे हमेशा मेरे फोन चेक करते हैं, मुझसे मेरे पासवर्ड पूछते हैं। मुझे कभी-कभी ये सब बहुत बुरा लगता है, मानों वे मेरा गला घोंट रहे हो। उन्हें मुझपर बिल्कुल भरोसा नहीं और पढ़ें...
आर्ट्स या साइंस? किताबें या जूते? परिवार के साथ बाहर जाना या दोस्तों के साथ? लैपटॉप खरीदें या फोन? जब भी आपको कोई निर्णय लेना होता है तो क्या आप हमेशा कन्फ्यूज्ड रहते हैं? आप अकेले नही हो। हममें से ज्यादातर लोग ऐसा ही महसूस करते हैं। लेकिन एक रास्ता है। टीनबुक की सह-संस्थापक और और पढ़ें...
आज आप कैसा महसूस कर रहे हैं? आप खुश हैं, उदास हैं, उत्तेजित हैं, एनर्जेटिक हैं, व्याकुल हैं या फिर डरा हुआ महसूस कर रहे हैं? भावनाएं कई तरह की होती हैं! आप इन फीलिंग्स को कैसे पहचान सकते हैं? और जब आपकी ज़िंदगी इनसे प्रभावित होने लगे, तब आप इन्हे कैसे साथ कंट्रोल कर और पढ़ें...
रिया पब्लिक ट्रांसपोर्ट से स्कूल जाती है। एक दिन बस में एक आदमी ने उसके स्तन को छू दिया। रिया असहज महसूस करने लगी। उसे समझ में नहीं हो रहा था कि यह गलती से हुआ है या सामने वाले ने जानबूझ कर किया गया है। उसे यह भी नहीं समझ में आ रहा था और पढ़ें...
मेहर (18) को वियान (19) बहुत अच्छा लगता था और दोनों अच्छे दोस्त थे। वे दोनों एक पार्टी में थे जब कुछ जादुई हुआ। कुछ ऐसा जिसने मेहर को ख़ुशी दी पर कुछ गलत करने का एहसास भी। मेहर ने अपनी कहानी टीनबुक के साथ अपनी कहानी शेयर की। छत पर मिलो मैं अपने दोस्त और पढ़ें...
दिशा, स्कूल में सभी मुझे लड़की-लड़की कहकर चिढ़ाते हैं। क्योंकि मैं बैडमिंटन और डॉजबॉल खेलता हूं और होम के प्रोजेक्ट्स में भाग लेता हूं। मुझे मुझे ये सब पसंद है और मैं इन्हे बदलना नहीं चाहता।पर अब मैं इस सब से तंग आ चुका हूँ। मुझे क्या करना चाहिए? आदि, 15, पुणे। असली समस्या अरे और पढ़ें...
सिया (15) अपनी बास्केटबॉल क्लास में मनन (18) से एक सप्ताह बाद मिली। मनन कुछ अलग दिखी । जब उसने पूछा, मनन ने कहा, “मैं अपना जेंडर परिवर्तन कर रहा हूँ।” सिया सोचने पर मजबूर हो गयी कि परिवर्तन क्या होता है। क्या उसे मनन से पूछना चाहिए? ये क्या है? “मनन, जेंडर परिवर्तन क्या और पढ़ें...
‘मैंने तुम्हे और पढ़ने करने के लिए कहा था, अब अपने नंबर देखो!’ ‘क्या तुमने अपना 100% दिया, नहीं!’ ‘सारा दिन फ़ोन फ़ोन, ये तो होना ही था’। ये सब सुना सुना लगता है ना? जब परीक्षा में अप्रत्याशित/औसत से कम नंबर मिलते हैं, तो क्या शिक्षकों और माता-पिता के ताने आपको तनाव में डालते और पढ़ें...