‘मेरी कोई गर्लफ़्रेंड नहीं है!’ :(
हैलो दिशा। आज हमारे ग्रुप के एकलौते सिंगल लड़के (हाँ हाँ मुझे छोड़कर) ने भी बोला कि उसकी गर्लफ़्रेंड बन गई है। और एक मैं हूँ जो किसी लड़की से बिना डरे “हैलो” तक नहीं कह पाता। मेरी मदद करो! विराज, 16, गुड़गाँव।
सिंगल नया कूल है
ऊफ्फ विराज! इतनी नौटंकी? चिल यार, मैं हूँ ना तुम्हारी मदद के लिए।आखिर डरने की क्या बात जब दिशा है तुम्हारे साथ 😉
अच्छा तो सबसे पहली बात, सिंगल रहना कोई बुरी बात नहीं है। बल्कि आजकल तो ये नया कूल माना जाता है यार! और वैसे भी ऐसा बहुत कम लोग कर पाते हैं। तो तुम्हें कूल बनने के लिए गर्लफ़्रेंड की कोई ज़रूरत नहीं है।
पर हाँ तुम्हें पता होना चाहिए कि लड़कियों से कैसे बात करनी चाहिए। वो बहुत अच्छी दोस्त बन सकती हैं। हम लोग हमेशा तुम्हें अच्छी और सच्ची एडवाइस देंगे। तुम हमसे अपने दिल की बात कह सकते हो और हम तुम्हें जज भी नहीं करेंगे। लड़कियाँ होती ही इतनी बढ़िया हैं। आखिर हम परियाँ जो हैं! अब मुझे ही देख लो! हा हा!
ठीक है, ठीक है, असल बात पर वापस आते हैं, हाँ पहली बार किसी लड़की से बात करना थोड़ा डरावना हो सकता है। पर वो भी तुम्हारी तरह इंसान ही हैं, वो तुम्हें खाएंगी नहीं। वो कहते हैं ना डर के आगे जीत है। तो बस अपने आप पर विश्वास रखो, और बाकी सब चंगा सी!
लड़का या लड़कियों से कैसे करें? ज़रा इस मज़ेदार वीडियो में देखें:
बातचीत की शुरुआत
और अगर कोई ऐसी लड़की है जिसे तुम पसंद करते हो, पर बात करने से डरते हो, तो मत डरो! हाँ मुझे पता है ये कोई सलाह नहीं थी पर रुको ज़रा सब्र करो। मैं सब बताउंगी।
सबसे पहले, तुम्हे कुछ ऐसी चीज़ें ढूँढ़नी होंगी जिनके बारे में तुम उससे बात कर सकते हो। ये उसकी पसंद का खाना या कोई मशहूर फिल्म/स्पोर्ट्स स्टार भी हो सकता है।
और हाँ मुझसे छुपाने की तो कोशिश मत ही करना, मुझे अच्छे से पता है उसकी पसंद नापसंद तो तुमने अभी तक जान ही ली होगी। और दूसरी चीज़ है तारीफ! मेरी बात मानो, हर किसी को अपनी तारीफ सुनना अच्छा लगता है। पर हाँ बहुत ज़्यादा नहीं, तुम उसे डराना नहीं चाहते।
एक बार जब तुम्हारी बात शुरू हो जाएगी और तुम एक दूसरे को जान जाओगे तो ये सब आसान हो जाएगा।
हाँ शुरू में थोड़ी सी घबराहट होगी पर ये पूरी तरह से नार्मल है। जब हम नई चीजों को आजमाते हैं तो हम सभी घबरा जाते हैं और वैसे भी तुम्हें कहीं ना कहीं तो शुरुआत करनी होगी ,हैना?
कोशिश ही नहीं करोगे तो तुम्हे पता कैसे चलेगा?
हो सकता है वो भी तुम्हारी तरह नर्वस हो और तुम्हें पसंद करती हो। फिर तुम अपने ग्रुप में अकेले सिंगल लड़के नहीं रहोगे। ये तो अच्छा रहेगा क्यों?
और वैसे भी इसमें बुरा क्या होगा? या तो तुम्हें एक नई दोस्त मिल जाएगी या फिर एक लड़की से बात करने का पहला अनुभव। क्या पता तुम दोनों को बेस्ट फ्रेंड्स ही बनना हो। यह किसी भी तरह से काम कर सकता है। लेकिन तुम्हें ये तब तक पता नहीं चलेगा जबतक तुम कोशिश नहीं करते।
और अगर ये काम नहीं भी करता तो इस दुनिया में और भी लड़कियाँ है बाबूमोशाय! तुम किसी और के साथ क्लिक करोगे। बस शांत रहो और थोड़ा सब्र रखो। सोचो जैसे ये एक अधूरा पज़ल है, तुम्हें अपने सही पीस का इंतज़ार करना होगा। तुम बेमेल टुकड़ो को ज़बरदस्ती तो नहीं जोड़ सकते ना?
तो बस तुम अपने जैसे रहो और जिस लड़की को तुम पसंद करते हो उसके साथ बातचीत शुरू करने की कोशिश करो। एकबार जब तुम कम्फर्टेबले हो जाएगा तो तुम्हें भी पता चलेगा कि यह मुश्किल नहीं है। तो “जाओ सिमरन जी लो अपनी ज़िंदगी!”
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