‘क्या सभी लड़के यह करते हैं?’
रोहन (13) ने स्कूल में मास्टरबेशन शब्द सुना और उसे कोई खबर नहीं थी कि वो क्या होता है और उसके सीनियर्स को ऐसा क्यों लगता है कि उसकी उम्र के सभी लोग ऐसा करते होंगे। वह घर आता है और बहुत उत्सुकता से अपने बड़े भाई के पास जाता है। क्या उसे अपने सभी सवालों के जवाब मिले?
स्कूल सीनियर्स की बातें
आठवी ग्रेड में पढ़ने वाले रोहन और वीरेन चेंजिंग रूम में आए। उनकी टीम ने आज का फुटबॉल मैच जीता था, सभी लोग बहुत खुश थे । जब वे अंदर गए, तो उन्होंने देखा कि सीनियर्स का एक ग्रुप वॉशरूम का दरवाज़ा खटखटाते हुए ज़ोर ज़ोर से हँस रहा था।
“आर्यन, तुम वॉशरूम में इतनी देर क्यों लगा रहे हो? क्या तुम अंदर मास्टरबेट कर रहे हो”, केविन ने कहा और ग्रुप एक बार फिर ज़ोर से हँस पड़ा।
“मैं मुश्किल से 5 मिनट अंदर था”, आर्यन थोड़ा गुस्से में बाहर आया। ” हर कोई इसके लिए चेंजिंग रूम वॉशरूम का उपयोग नहीं करता है”, उसने केविन को एक हल्के नोट पर चिढ़ाते हुए कहा।
“श्श्श्श… इतनी जोर से बोलना बंद करो। हमारे आसपास जूनियर्स भी हैं”, आदित्य ने आठवीं ग्रेडर्स की तरफ इशारा करते हुए कहा। केविन ने अपने ग्रुप को आँख मारते हुए कहा, “मुझे यकीन है वो भी ऐसा करते होंगे!” और सभी लोग हँसते हुए बाहर निकल गए।
रोहन ने विरेन को देखा और पूछा, “वो क्या बात कर रहे थे भाई? हम क्या करते हैं?”
विरेन तुरंत समझ गया और बोला, “बुद्धू, वे मास्टरबेशन के बारे में बात कर रहे हैं।”
“आह,” रोहन ने सिर हिलाया, भले ही उसे उसका मतलब पता नहीं था पर वो बेवकूफ़ नहीं दिखना चाहता था।
भाई है ना
घर पर, रात के खाने के बाद, रोहन अपने चचेरे भाई रेहान के पास पहुंचा। वे बहुत करीबी दोस्त थे। रेहान अपने कॉलेज के पहले साल में था और रोहन लगभग हर चीज के लिए उसके पास जाता था।
“भईया, मास्टरबेशन क्या होता है?” रेहान मूंगफली चबाते हुए अपने स्कूल प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था और रोहन के सवाल से यूँ चौंका कि मूंगफली उसके गले में फंसते फंसते बची, लेकिन उसने तुरंत महसूस किया कि उसके छोटे भाई को मदद की और थोड़े ज्ञान की ज़रूरत है।
“आह .. तो मास्टरबेशन के बारे में आपसे कौन बात कर रहा है?” रेहान ने अपना लैपटॉप नीचे रखते हुए पूछा। रोहन ने स्कूल में हुई पहले की बातचीत बताई।
“हम्म .. ठीक है, रोहन, मास्टरबेशन एक बहुत ही स्वाभाविक बर्ताव है जहाँ लड़के और लड़कियाँ दोनों अपने प्राइवेट अंगों को छूने का आनंद लेते हैं और ऐसा करने से एक विशेष प्रकार का आनंद प्राप्त करते हैं। यह पूरी तरह से नॉर्मल है, इसमें कुछ भी हानिकारक नहीं है”, रेहान ने समझाया।
ऐसा कौन करता है?
“सच मे?” उसके जवाब से यह साफ़ पता चल रहा था कि वो इस बारे में कुछ भी नहीं जनता था। “लेकिन मुझे अभी भी समझ नहीं आया कि उन्हें ऐसा क्यों लगा की हम भी ये करते होंगे”, रोहन थोड़ा हैरान था।
रेहान मुस्कुराया, “उनका ये मतलब था कि तुम्हारी उम्र मे लोग अपने शरीर उत्सुक होने लगते हैं। कुछ जल्दी और कुछ देर से। लेकिन लगभग सभी लोग ऐसा करते हैं और यह पूरी तरह से नॉर्मल है।”
“आह, तो उनका ये मतलब था,अब समझा, धन्यवाद भैया”, रोहन ने कहा।
रेहान ने रोहन को कुछ बातें बताना सही समझा क्योंकि वे वैसे भी मास्टरबेशन के बारे में बात कर रहे थे और वह नहीं चाहता था कि उसका भाई अपने दोस्तों से गलत जानकारी और विचार इकट्ठा करे।
निजी मामला
“रोहन, क्योंकि तुमने मुझसे मास्टरबेशन के बारे में पूछा था, और मुझे खुशी है कि तुमने पूछा, मैं तुम्हे बताना चाहता हूं कि हालाँकि यह बिल्कुल नॉर्मल है, यह बहुत पर्सनल भी है और एक को सिर्फ तभी करना चाहिए जब आप अकेले हों , आपके बेडरूम या वॉशरूम में और किसी अन्य व्यक्ति की उपस्थिति में नहीं ।”
रोहन ने सिर हिलाया।
“याद रखो, यह आपका शरीर है और आपको अपने को छूने का पूरा अधिकार है जैसे भी आप पसंद करें और इसके बारे में अच्छा महसूस करें लेकिन किसी और को आपको उसी तरह नहीं छूना चाहिए, न ही मुझे न आपके सबसे करीबी दोस्तों को । माँ-पापा को छोड़कर, और डॉक्टर भी, अगर आपको कोई तकलीफ हो, पर हाँ वो भी आपके पेरेंट्स की उपस्तिथि में ।”
“हाँ, हाँ मैं समझ गया रेहान भैया” रोहन ने विश्वास दिलाया। रेहान खुद को अच्छा बड़ा भाई सोचकर मन में अपनी पीठ थपथपा ही रहा था कि रोहन ने पूछा, “भैया क्या आप मास्टरबेशन करते हैं?”
यह कैसा लगता है?
ओह! रेहान ने सोचा, यहाँ ईमानदार होना ही सबसे अच्छा है। “जैसा मैंने कहा रोहन, ज्यादातर लोग ऐसा करते हैं … लेकिन क्योंकि यह एक बहुत ही पर्सनल बात है, मुझे आशा है कि तुम समझोगे कि मै इसे पूरा डीटेल मे डिसकस नहीं करना चाहता।”
“बिल्कुल भईया, मैं बस सोच रहा था कि यह कैसा लगता है”, रोहन ने उत्सुकता से पूछा।
“जब कोई अपने प्राइवेट अंगों छूता है या उन्हें सहलाता है, तो इससे शारीरिक उत्तेजना पैदा हो सकती है, जिसे अराउज़ल कहा जाता है। लड़कों में, हम पेनिस को सख्त और बड़ा महसूस कर सकते हैं। कभी कभी आपको और भी इंटेंस और सुखद सेंसेशन महसूस हो सकती है जो एक सफेद लिक्विड, जिसे सीमेन कहा जाता है, के रूप मे पेनिस से बाहर आ सकती है। इसे इजैक्युलेशन कहा जाता है।”
“थैंक यू भाई। ये सब मेरे काम आएगा जब मैं, मेरा मतलब है, अगर मैं … आप समझ ही गए होंगे!” रोहन ने झेंपते हुए कहा।
रेहान ने मुस्कुराते हुए कहा, “याद रखना भाई, अपने शरीर की और जो उसे अच्छा महसूस होता है उसकी खोज करने में कुछ भी गलत नहीं है। यह सब बड़े होने का एक बहुत ही स्वाभाविक और सामान्य हिस्सा है और इसमें कोई भी बुराई नहीं है। तुम्हे कभी भी उसके लिए गिल्टी महसूस करने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है जब तक आप इसे प्राइवेट में कर रहे है।“
“धन्यवाद भईया! मुझे बहुत खुशी है कि मैं आपसे कभी भी किसी भी बारे मे बात कर सकता हूँ! जबकि मुझे पता है कि मैं हमेशा माँ और पापा से किसी भी चीज के बारे में बात कर सकता हूं, कभी-कभी मुझे आपसे बात करना आसान लगता है!” रोहन ने कहा। वह वास्तव में भाग्यशाली महसूस कर रहा था ।
“भाई होते किस लिये हैं”, रेहान मुस्कुराया। “चलो अब सो जाओ तुम्हारा कल स्कूल भी है… गुड नाइट”, और इसके साथ ही रेहान ने लाइट बंद कर दी और अपनी प्रेजेंटेशन खत्म करने के लिए अपने कमरे में वापस चला गया।
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