हॉर्मोन्स की कहानी
साइंस लैब के इस संस्करण में हम दो विशेष हॉर्मोन्स के बारे में बात करेंगे जो बच्चे से बड़े होने में हमारी मदद करते हैं। इन्हे विकास हॉर्मोन्स के रूप में भी जाना जाता है और इनके नाम हैं ऐसे कि जीभ ही मरोड़ खा जाए – टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन!
शरीर का ‘स्नैपचैट’
क्या आप जानते हैं कि मानव शरीर की अपनी एक संदेश प्रणाली है? हां, आपने सही पढ़ा!
हमारे शरीर का अपना ‘स्नैपचैट’ हैं जो हमारे दिमाग की अन्य अंगों तक सन्देश पहुंचाने में मदद करता है और उन्हें बताता हैं की उन्हें क्या करना है और कब करना है।
यह संदेश प्रणाली हैं हमारा हार्मोन सिस्टम। हॉर्मोन्स विशेष रसायन होते हैं जो हमारे खून के माध्यम से यात्रा करते हैं और शरीर के विभिन्न भागों को दिमाग द्वारा भेजे गए निर्देश पंहुचा कर उन्हें लागू करने में मदद करते हैं।
हार्मोन शरीर की विशेष कोशिकाओं द्वारा निर्मित होते हैं, जिन्हें ग्रंथियों (ग्लांड्स) कहते हैं और ये हॉर्मोंस को हमारे खून में छोड़ती हैं। ग्रंथियों कई प्रकार की होती हैं और वे हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में स्थित होती हैं।
स्पेशल वाले हार्मोन
हार्मोन शरीर की कई कार्यो में मदद करते हैं, जैसे:
- भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करना / ऊर्जा का स्तर बनाए रखना (थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन)
- हमारे शरीर के नींद चक्र को बनाए रखें (पिट्यूटरी ग्रंथि हार्मोन)
- शरीर के तनाव से लड़ने की क्षमता बनाये रखना (एड्रेनल ग्रंथि हार्मोन)
किशोरावस्था में हमारा शरीर कुछ स्पेशल हॉर्मोन्स अपलोड करता है जिनका मुख्य काम है – हमारी बड़े होने में मदद करना!
ऐसे दो विशेष हॉर्मोन्स का नाम हैं – टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन। इन्हे विकास हॉर्मोंस भी कहा जाता है।
साइंस लैब आपके लिए इन लाया हैं दो हॉर्मोन्स पर सुपर फैक्ट्स:
- टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन सभी में (लड़के या लड़कियाँ) अलग-अलग मात्रा में मौजूद होता हैं।
- टेस्टोस्टेरोन मुख्य रूप से लड़को के शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार है। यह शुक्राणुओं के साथ अंडकोष में बनता है।
- लड़कों में अंडकोष और लिंग के आकार की वृद्धि, आवाज के भारी होने, चेहरे पर बालों के उगने, हड्डी और मांसपेशियों के बढ़ने और ऊंचाई, वजन और ताकत में वृद्धि के पीछे टेस्टोस्टेरोन का हाथ होता हैं। ये वह हॉर्मोन हैं जो आपको ‘हल्क’ बनाने में मदद करता हैं, बस उतना बड़ा या हरा नहीं! हाहा!
- लड़कों में गर्दन का उभार, जिसे Adam’s Apple या कंठमणि कहते हैं, भी टेस्टोस्टेरोन की वजह से आता है और यही आवाज में बदलाव (भारीपन) भी लाता है।
- लड़कियों में एस्ट्रोजन अंडाशय को विकसित करने और अंडे का उत्पादन शुरू करने में मदद करता है, जिससे मासिक धर्म शुरू होता है। यह स्तनों के बढ़ने के साथ-साथ ऊंचाई और वजन में भी वृद्धि करता है। आपकी पहली ब्रा एस्ट्रोजन की ही सौगात होगी।
- एस्ट्रोजेन और टेस्टोस्टेरोन कई अन्य शारीरिक परिवर्तन लाते हैं जिन्हे हम किशोरावस्था के दौरान देखते हैं – जैसे तैलीय त्वचा, पिंपल्स या मुंहासे और आपके पूरे शरीर में उगने वाले बाल।
- जब आप अपने बांह के गड्ढों में बाल उगते हुए देखे और अपने शरीर से एक गंध महसूस करने लगे, तो ध्यान रखे – यह सब हॉर्मोंस का काम है!
- सभी परिवर्तन सिर्फ शारीरिक नहीं होते। जैसे जैसे किशोरावस्था में शरीर में हॉर्मोस बढ़ते हैं, आप क्रोध, भ्रम, हताशा या आकर्षण जैसी कई तरह की भावनाओं को महसूस कर सकते हैं। ऐसा लगेगा कि भावनाओं पर कोई स्पीड बटन दब गया हो!
- तो कोई आश्चर्य नहीं, किशोरवस्था वह समय हैं – जब हमें रोमैंटिक ख्याल आते हैं, घरवालों पर बहुत गुस्सा या फिर खुद से चिड़चिड़ाहट!
- बिना किसी कारण एक मूड से दूसरे मूड में झूलने के पीछे भी अक्सर हॉर्मोन्स ही होते हैं। एक पल में चिढ़ या उलझन और अगले ही पल में उत्साहित और खुश महसूस करना इस दौरान सामान्य बात है। इसे भावनाओं का नृत्य भी कहते हैं। अरे नहीं, बस मजाक कर रहे थे!
- हॉर्मोन्स काफी मेहनती हैं न? उन्हें कुछ दिन की छुट्टी मिलना चाहिए, खासतौर पर अगर उन दिनों हमें पिंपल्स से भी छुट्टी मिल जाए!
- और एक आखिरी बात, जैसे कोई दो लोग एक जैसे नहीं होते, हॉर्मोन्स भी हर शरीर में अलग अलग तरह से काम करते हैं। इसलिए यदि आप अपने शरीर में अभी कोई बदलाव नहीं देख रहे हैं तो टेंशन मत लीजिये। आपके बदलाव आपकी स्पेशल डिलीवरी हैं जो अपने समय पर ही आएगी!
क्या आपके पास साइंस लैब के लिए कोई प्रश्न है? उन्हें नीचे कमेंट बॉक्स में पोस्ट करें। हम अपने आगामी लेखों में उनके जवाब देंगे। कमेंट बॉक्स में कोई भी पर्सनल इनफार्मेशन न लिखे।