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आयु वर्ग

  • सबसे लोकप्रिय

    क्या मैं अपनी एक्स के साथ दोस्ती रख सकता हूँ?

    टीम टीनबुक | Oct 21st, 2022
    कायनात और अहान का पिछले हफ्ते ब्रेकअप हो गया था। लेकिन अहान को पिछले हफ्ते कायनात का मैसेज आया कि वह अब भी उससे दोस्ती रखना चाहती है। क्या ऐसा हो सकता है, उसने सोचा। क्या इतने करीब होने के बाद वह कायनात से सिर्फ दोस्ती रख पायेगा? आईये इस सप्ताह के उफ़ यह उलझन और पढ़ें...
  • जब हर दिन एक जंग हो, तो उसे कैसे जीते हैं?

    Vinayna Khurana | On 13-05-2025
    जब बस खुद को संभालने की कोशिश हो, तो एक आम दिन कैसा दिखता है। ये सच्चा है, थोड़ा उलझा हुआ—और शायद आपकी कहानी जैसा लगे। विनायना ने टीनबुक के साथ शेयर की अपनी कहानी।   हर दिन कुछ नया लेकर आता है – कुछ दिन आसान होते हैं, तो कुछ मुश्किल। विकलांग होकर ऐसे समाज और पढ़ें...
  • हाइट बढ़ाने की दवा खाई… और फिर जो हुआ, वो मैं कभी नहीं भूल पाई!

    Saumya Jyotsna | On 08-05-2025
    सौम्या ने टीनबुक से शेयर किया कि कैसे लोगों की बातों में आकर उसने हाइट बढ़ाने की दवाइयाँ खा लीं। लेकिन जब तबीयत बिगड़ने लगी, तब समझ आया – खुद से प्यार करना सबसे ज़रूरी है। जब मेरे साथ बहुत बुरी चीजें होने लगीं, तब मुझे समझ आया कि सोसाइटी के ढांचे में ढलने की और पढ़ें...
  • मम्मी-पापा का एक ‘शाबाश!’ दिल को इतना सुकून क्यों देता है?

    Team Teenbook | On 24-04-2025
    कभी सोचा है मम्मी-पापा का एक छोटा सा “शाबाश!” सुनकर इतना अच्छा क्यों लगता है? असल में इसके पीछे साइंस है! और ये आपकी आत्म-विश्वास, इमोशन्स को संभालने और टेंशन को कम करने में बहुत मदद करता है।तो चलो आज की साइंस लैब में जानते हैं, ये तारीफ़ या बढ़ावा देना क्यों ज़रूरी है और और पढ़ें...
  • मैथ्स का डर और मम्मी की जादुई टिप्स

    Saumya | On 28-02-2025
    10वीं क्लास में पढ़ने वाला रोहित अपने बोर्ड एग्जाम के कारण अचानक काफी परेशान रहने लगा। किताबें खोलते ही उसे घबराहट होने लगती और रात को ठीक से नींद भी नहीं आती। उसके दोस्त भी स्ट्रेस में थे लेकिन कुछ तो मस्त होकर पढ़ाई कर रहे थे। रोहित को समझ नहीं आ रहा था कि और पढ़ें...
  • स्टेज पर जाते ही डर क्यों लगने लगता है?

    Team Teenbook | On 21-02-2025
    रिद्धि (17) को जब भी लोगों के सामने या स्टेज बोलना होता, तो उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगता और दिमाग पूरी तरह से खाली हो जाता। लेकिन आखिरकार, उसने समझ लिया कि ऐसा क्यों होता—और इससे कैसे निपटा जाए। उफ़ यह उलझन में जानो पूरी कहानी! पहली बार जब बोलना पड़ा मुझे आज भी और पढ़ें...
  • क्यों रुक नहीं पाते स्क्रॉल करने से: सोशल मीडिया की लत का विज्ञान

    Nidhi | On 21-02-2025
    सोचिए, आज आपने कितनी बार अपना फोन उठाया? अभी भी कोई नोटिफिकेशन चेक किया? इंस्टाग्राम पर कुछ रील्स देखीं? या फिर क्रिकेट की कोई हाइलाइट देखने बैठे और समय का पता ही नहीं चला? अगर आपको लगता है कि यह आपकी गलती है, तो रुकिए! यह पूरी तरह से आपकी गलती नहीं है। आज के और पढ़ें...
  • दोस्ती के साइड इफेक्ट: जब यार आपको भूल जाएं!

    Shreya | On 19-02-2025
    रोहन को बुरा लग रहा है क्योंकि उसके दोस्त आपस में खुश  हैं, मज़ाक कर रहे हैं, और उसके बिना घूमने के प्लान भी बना रहे हैं। वो अपने दोस्त ईशान की सलाह लेता है – तब से उसे चीज़ें नए नज़रिये से दिखने लगती हैं—लेकिन क्या इससे कुछ बदलेगा? चलो, पता लगाते हैं! स्कूल और पढ़ें...
  • जब मुझे चीज़ें याद रहती हैं, तो लिखने की क्या ज़रूरत?

    Kanika Kush | On 14-02-2025
    जब मैं टीनएजर थी, मैं अक्सर अपने मम्मी-पापा से बार-बार कहती थी । मेरा फंडा एकदम सीधा था – अगर किसी चीज़ का पढ़ाई, होमवर्क या एग्जाम से लेना देना नहीं है, तो इसे लिखने की क्या जरूरत? और वैसे भी, इतिहास, विज्ञान, मैथ्स और हिंदी के कठिन शब्द रट-रटकर लिखना क्या कम था? मेरे और पढ़ें...
  • गुल्लू, तुम बहुत याद आओगे!

    Saumya | On 07-02-2025
    8वीं क्लास में पढ़ने वाली हिमानी के पालतू कुत्ते गुल्लू की डेथ हो गई है, जिससे हिमानी काफी उदास है। उसने अपनी कुछ अच्छी यादें और अपने पालतू कुत्ते के साथ बिताए पलों को डॉयरी के जरिए टीनबुक के साथ साझा कर रही है। चलिए पढ़ते हैं!   डियर डॉयरी,  आज मेरा मन बहुत उदास है और पढ़ें...