भोजन, व्यायाम या फिर एक अच्छी किताब! जी हाँ, हम बात कर रहे हैं हमें खुश करने वाली चीज़ों की। आपने कभी सोचा है कि जब हम अच्छा या खुश महसूस करते हैं, हमारे शरीर के अंदर क्या होता है? साइंस लैब के इस संस्करण में हम उन हॉर्मोन्स के बारे में बात करते हैं और पढ़ें...
संजना हमेशा से बॉलीवुड फिल्मों की बहुत बड़ी फैन रही है! पर उसे ये नहीं पता था कि उसके साथ भी कुछ फिल्मी हो जाएगा। उसके बेस्ट फ्रेंड ने उसे प्रपोज़ किया है। पर वह उसके बारे में ऐसा महसूस नहीं करती और ना ही उसकी दोस्ती खोना चाहती है। क्या लगता है कोई बॉलीवुड और पढ़ें...
मुझे लगा था ये बस कुछ दिनों की बात है पर अब मुझे ठीक महसूस हुए बहुत समय हो गया है। मुझे अपनी लाइफ से नफ़रत है। मैं क्या करूँ? कनिका , 15, लुधियाना। आपके अपने कारण हैं हैलो कनिका! सबसे पहले तो मैं तुम्हें यह कहना चाहती हूँ कि कभी कभी ऐसे बुरा महसूस और पढ़ें...
तो पेश है कछुए और खरगोश की कहानी एक टीनबुक तड़के के साथ! बस इसमें ऐनी (11) को कछुआ और क्लास के सारे बच्चों को खरगोश मान लीजिये। क्या इस बार कछुआ रेस जीत पाएगा? चलो पता करते हैं! ‘ना स्मार्ट ना कोई टैलेंट’ जैसे ही ब्रेक की घंटी बजी, ऐनी के क्लास के सभी और पढ़ें...
चौदह साल की अवंती ने अपने क्लास के कुछ दोस्तों को एक ‘ए’ रेटेड फिल्म पर बड़े उत्साह से बात करते सुना। इससे उसकी भी जिज्ञासा जाग गयी। स्कूल के बाद उसने अपनी बहन मनाली के लैपटॉप पर यह फिल्म देखने की ठानी। उसके बाद क्या होता है… ए से एडवेंचर अवंती अपना लंच फिनिश और पढ़ें...
बहुत सोचने के बाद निशा आखिरकार स्कूल की फेयरवेल की पार्टी में चली ही गयी। और वहाँ वही हुआ जिसका उसे डर था, किसी ने उसे बीयर पीने के लिए पूछा। और ये ड्रिंक ऑफर करने वाला कोई ग़ैर नहीं था। अब वो क्या करेगी? जानने के लिए आगे पढ़िए। आखिरी पार्टी यह रविवार की और पढ़ें...
मेरी टीचर मुझे पसंद नहीं करती। इस वजह से अब मुझे अपनी क्लास में भी मज़ा नहीं आता और बहुत तनाव महसूस होता है।मैं क्या करूँ? सना, 14, चंडीगढ़। सही पकड़े हो? अच्छा तो सना, सबसे पहले तो हेलो! क्या हाल चाल हैं। अरे मैं भी न! हाल तो तुम बता ही चुकी हो! तो और पढ़ें...
हर सिंड्रेला को राजकुमार की आवश्यकता नहीं होती। उसे बस एक सपने और एक दिल की ज़रूरत है जो कभी हार नहीं माने! तो प्रस्तुत है सिंड्रेला की कहानी एक टीनबुक तड़के के साथ। रुक जाना नहीं एक बार सिंड्रेला नाम की एक लड़की थी। उसने अपने माता-पिता को बहुत कम उम्र में खो दिया और पढ़ें...
हैलो दिशा। आज हमारे ग्रुप के एकलौते सिंगल लड़के (हाँ हाँ मुझे छोड़कर) ने भी बोला कि उसकी गर्लफ़्रेंड बन गई है। और एक मैं हूँ जो किसी लड़की से बिना डरे “हैलो” तक नहीं कह पाता। मेरी मदद करो! विराज, 16, गुड़गाँव। सिंगल नया कूल है ऊफ्फ विराज! इतनी नौटंकी? चिल यार, मैं हूँ और पढ़ें...
‘इतने लंबे समय तक घर की चार दीवारों में रहना आसान नहीं रहा है। दोस्त नहीं, स्कूल बंद, खेल बंद – इन सब का हमारी एनर्जी पर बहुत असर पड़ा है’, यश तिवारी ने अपनी डायरी का एक पेज शेयर किया टीनबुक के साथ। सब कुछ बंद हम टीनएजर्स खुद को भविष्य का ड्राइवर और पढ़ें...