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फीलिंग्स एक्सप्रेस

मैथ्स का डर और मम्मी की जादुई टिप्स

10वीं क्लास में पढ़ने वाला रोहित अपने बोर्ड एग्जाम के कारण अचानक काफी परेशान रहने लगा। किताबें खोलते ही उसे घबराहट होने लगती और रात को ठीक से नींद भी नहीं आती। उसके दोस्त भी स्ट्रेस में थे लेकिन कुछ तो मस्त होकर पढ़ाई कर रहे थे। रोहित को समझ नहीं आ रहा था कि वह इस तनाव से कैसे बाहर निकले। रोहित ने अपनी कहानी फिलिंग एक्सप्रेस में टीनबुक के साथ शेयर की है। 

मैं आज तक किसी एग्जाम को लेकर इतना स्ट्रेस में नहीं गया लेकिन पता नहीं क्यों इस बार 10वीं के एग्जाम को लेकर मैं बहुत परेशान हूं। मेरे कई फ्रेंड्स ने बहुत सारी कोचिंग भी ज्वाइन की है लेकिन मैं नहीं कर पा रहा क्योंकि मैं एग्जाम के लास्ट मंथ इतनी सारी कोचिंग नहीं कर सकता। हालांकि मेरे मार्क्स भी अच्छे आ रहे लेकिन पता नहीं क्यों इस बार मैथ्स को लेकर बहुत स्ट्रेस हो रहा है। आजकल जब भी पढ़ने बैठता हूं, तब लगता है कि ये सारे नंबर्स घुम रहे हैं। हालांकि मैथ्स को लेकर मुझे स्ट्रेस हमेशा से रहता है लेकिन इस बार बहुत ज्यादा परेशान हूं। 

एक दिन जब मैं ट्रिगोनोमेट्री के सवाल करने बैठा था, और मैंने कई पेज फाड़ दिए क्योंकि मुझसे नहीं हो रहा था। इसके बाद जब मैंने उसी सवाल का जवाब जानने के लिए अपने एक फ्रेंड को कॉल किया- तब उसने एक बार में ही सवाल को साल्व कर दिया। उस समय मुझे थ्री इडिएड का डॉयलाग याद आ गया और इसके बाद मैं और सोचने लगा। 

क्लास में हो गया बेहोश

एक दिन जब हमारे प्री-बोर्ड के एग्जाम शुरू हुए, तब क्लास में मेरी एंजाइटी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि अचानक मुझे बहुत पसीना होने लगा। ये जनवरी के मौसम में जब बाहर घना कोहरा था, तब मुझे पसीने होने लगे और मैं बेहोश हो गया। जब मुझे होश में लाया गया, तब मेरी मम्मी मेरे सामने खड़ी थीं और मैं रोने लगा। मैंने उनसे कहा, “मॉम, मेरे से नहीं हो पाएगा। मैं मैथ्स में फेल हो जाऊंगा।” इसके बाद मेरी मम्मी ने बिना एग्जाम दिलाए मुझे घर लाना बेहतर समझा। हालांकि मैंने अगले दिन के एग्जाम दिए मगर मेरा प्री-बोर्ड का मैथ्स का एग्जाम छूट गया। 

क्लासरुम में बेहोश होने वाली घटना के बाद एक दिन मेरी मम्मी ने मेरे मैथ्स के नोटबुक्स और कॉपी को चेक किया और उन्होंने देखा कि मेरे कैल्कुलेशन तो ठीक है लेकिन मैं सवाल ही साल्व नहीं कर पाता। मेरी मम्मी ने कहा, “बेटा, तुम बाकी सब्जेक्ट्स में बिल्कुल सही हो लेकिन मैथ्स को लेकर इतनी एंजाइटी क्यों होती है, जबकि 10वीं तो बिना मैथ्स के पास नहीं की जा सकती क्योंकि अभी ऑप्शन तो नहीं है कि कोई और सब्जेक्ट ले लिया।”

मम्मी ने की मेरी हेल्प

इस पर मैंने कहा, “हां यार मॉम, लेकिन मैथ्स को लेकर बहुत डर लग रहा है क्योंकि अगर ट्रिगोनोमेट्री से ज्यादा सवाल आ गए, तब मैं नहीं कर पाऊंगा क्योंकि ये मुझसे नहीं हो रहा।” 

इस पर मेरी मम्मी ने समझाया कि तुम बाकी सब्जेक्ट्स पर फोकस करो। मैथ्स में और भी कोई ना कोई ऐसे टॉपिक जरुर होंगे, जो तुम्हें आसान लगते होंगे- तो तुम उन्हें साल्व करो। अगर बाहर पढ़ने जाने में परेशानी है, तो घर पर भी ट्युशन ले सकते हो। 

हालांकि इससे मेरी टेंशन थोड़ी कम जरूर हुई लेकिन जब मेरी मम्मी ने मेरा साथ देना शुरु किया और कुछ टेस्ट्स दिलाए, तो मेरे मार्क्स थोड़े इंप्रूव हुए- इतने कि मैं पास हो जाऊंगा इसलिए मेरा स्ट्रेस थोड़ा कम हुआ। 

फाइनली, मेरे बोर्ड एग्जाम शुरु हो गए हैं और मेरी मम्मी ने मुझे कुछ टिप्स दिए हैं, जो मैं तुम्हारे साथ भी शेयर कर रहा हूं- 

स्ट्रेस से निपटने के आसान तरीके

  • पढ़ाई को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटो – एक साथ पूरी किताब पढ़ने की कोशिश मत करो। छोटे-छोटे टॉपिक्स पढ़ो और बीच-बीच में ब्रेक लो।
  • रिवीजन का सही तरीका अपनाओ – लिखकर पढ़ो, पॉइंट्स बनाओ और ज़रूरत हो, तो म्यूजिक के साथ रिलैक्स होकर पढ़ो।
  • गहरी सांस लो और रिलैक्स करो – जब भी टेंशन हो, आंखें बंद करके गहरी सांस लो और 5 मिनट आराम करो। इससे दिमाग शांत होगा।
  • अच्छी नींद लो – रात को देर तक जागकर पढ़ाई करने से कुछ याद नहीं रहेगा। 7-8 घंटे की नींद बहुत ज़रूरी है।
  • पॉजिटिव सोच रखो – खुद को बार-बार बोलो, “मैं कर सकता हूं।” पॉजिटिव सोचोगे तो दिमाग भी अच्छा काम करेगा।

फ्रेंड्स मैं सच बता रहा हूं कि इससे मेरी बहुत हेल्प हुई और मैं चाहता हूं कि तुम सब भी स्ट्रेस मत लो और आराम से रिलैक्स होकर पढ़ो।


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