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बॉयफ्रेंड/ गर्लफ्रेंड बनाने के दबाव में हैं?

तो आपके लगभग सभी दोस्तों की गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड है? और सभी अपने पहले किस के बारे में भी बढ़ा चढ़ा कर बतला रहे हैं? आप न सिर्फ इस सब में अकेला महसूस करते हैं, बल्कि ऐसा सब करने के लिए खुद पर भी दबाव भी महसूस करते हैं? इस दबाव से कैसे निपटें? टीनबुक की गेस्ट एक्सपर्ट नियति शाह की सलाह सुनिए।

साथियों का दबाव

ये फीलिंग जिससे आप जूंझ रहे हैं, इसे पीयर प्रेशर कहते है। आइए पहले इस दबाव को बेहतर समझें और फिर सीखें कि इससे कैसे निपटना है।

सरल शब्दों में इस पीयर प्रेशर “दोस्तों को खुश या उनके साथ के लिए कुछ ऐसा करना जिसे लिए आप तैयार नहीं हैं” के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। ये दोस्त आपके स्कूल/कॉलेज, पड़ोस या आपके हमउम्र कज़िन्स भी हो सकते हैं।

रिश्तों में अंतरंगता पर यह बढ़िया सा वीडियो भी देख लें:

कभी-कभी नए दोस्त बनाने की प्रक्रिया के दौरान भी ऐसा हो सकता है। उनके साथ के लिए आप उनकी पसंद के अनुसार व्यवहार करने की कोशिश करते हैं।

आप जानते हैं यह दबाव यानि पीयर प्रेशर अलग-अलग लोगों द्वारा अलग-अलग तरह से महसूस किया और झेला जाता है। हम में से कुछ लोग इसे दूर से ही भांप कर इससे बच सकते हैं पर हर कोई ऐसा नहीं कर पाटा है। और ये अक्सर स्तिथि पर भी निर्भर कर सकता है।

करें या न करें?

अब बात करते रिलेशनशिप या शारीरिक संबंधों को लेकर साथियों के दबाव की – टीनऐजर्स को अक्सर ऐसा लगता है, शायद फिल्मों की वजह से भी, की उनकी उम्र के सभी लोग सेक्स (या ऐसा कुछ) कर रहे हैं और अपना प्यार जताने के लिए ये सब करना ज़रूरी है।

तो सबसे पहले ये जाने लें कि ये दोनों बातें सच नहीं हैं। कोई कुछ भी सोचे, हर कोई सेक्स नहीं कर रहा है और किसी को भी प्यार जताने के लिए शारीरिक संबंध बनाने की ज़रूरत नहीं है।

एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे देश में 18 साल की उम्र से पहले यौन संपर्क अवैध है।

इसके अलावा, टीनएज के दौरान सेक्स या सेक्सुअल एक्टिविटीज़ नहीं करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसका हमारी मानसिक सेहत और विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। ये फैसला आपको तभी लेना चाहिए जब आप खुद को और अपने रिश्ते को बेहतर समझने के काबिल हों और जो भी कर रहे हो, उसके परिणामों का सामना करने की क्षमता रखते हो। 

लेकिन दबाव…

अब आप कहेंगे, वो सब तो ठीक है पर उस दबाव का क्या करें! उसके लिए, आइए पहले समझते हैं कि आप यह दबाव क्यों महसूस करते हैं। यहाँ कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:

  • नाराज़गी का डर-“अगर मैंने मना किया तो वो मुझे छोड़ देगा/देगी”, “मेरे दोस्त मुझे कूल नहीं समझेंगे” या “मेरे साथ रहना बंद कर देंगे” –  इस दबाव का एक कारण अपने दोस्तों द्वारा छोड़े जाने का डर होता है।
  • सामाजिक स्वीकृति: “हर कोई कर रहा है, मुझे भी करना चाहिए।” जो भी आजकल ट्रेंड में और कूल है, उसका हिस्सा बनना और उसे आज़माना बहुत मामूली बात है। हम में बहुत लोग ऐसे हैं जिन्हे पता है कोई चीज़ नहीं करनी है पर दूसरों के साथ के लिए उसे कर लेते हैं।
  • दूसरों को खुश करने के लिए: कभी कभी हम दोस्तों सा कूल बनने के लिए अपना व्यव्हार और कपड़े बदलते हैं और ऐसे लोगों के साथ समय बिताने लगते है जिनका हम पर बुरा असर पड़ता है।
  • स्कूल में सामाजिक स्थिति बनाए रखने के लिए: दूसरों द्वारा पसंद किए जाने के लिए या कभी कभी स्थिति को नार्मल रखने के लिए हमें ऐसे काम करने पड़ते हैं जो हम शायद नहीं करना चाहते हैं।
  • हार्मोनल प्रभाव: इस उम्र में हार्मोन प्रणाली काफी उलझी हुई होती है और हॉर्मोन अक्सर कम-ज़्यादा होते रहते हैं। होर्मोनेस सेक्स और उसके बारे में उत्सुकता पैदा कर सकते हैं और टीनएजर्स को ऐसी चीज़ें करने के लिए उत्साहित कर सकते हैं जिसके लिए शायद वो पूरी तरह तैयार न हो।

तो यौन संपर्क के बारे में साथियों के दबाव से कैसे निपटें? यहाँ कुछ व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं:

  • तैयार रहें: किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहें। अपने माँ-पापा या बड़े भाई बहन के साथ मिलकर पहले से प्लान बनाए और तय कर लें की ऐसे स्तिथि में क्या और कैसे करना है। जैसे, हमेशा अपने पास कुछ पैसे रखें,  जिससे अगर आपकी डेट अच्छी न जाए तो आप वापस घर आ सकें या आप उन्हें पिक करने के लिए कह सके।
  • किसी को हमेशा लूप में रखें: अपने माँ-पिता या किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें, जिन पर आप भरोसा करते हैं, जो आपको जोखिम भरी परिस्थितियों से बाहर निकलने में मदद कर सकता है।
  • सॉरी न फील करें: अगर आप अपनी गर्ल/बॉय फ्रेंड के साथ शारीरिक संबंध (किस, गले लगना या फिर कुछ और) नहीं बनाना चाहते हैं, तो बिना किसी सफाई या माफ़ी के स्पष्ट रूप से उन्हें साफ़ मना कर दीजिये।
  • रिश्ता तोड़ने के लिए तैयार रहें: यदि आपका गर्ल/बॉय फ्रेंड आपकी भावनाओं का सम्मान नहीं करते और आप पर दबाव बनाये रखते है, तो अपने पर भरोसा रखें और उनके साथ संबंध तोड़ लें।
  • समान विचारधारा वाली कंपनी: दोस्ती उनसे करें जिनसे आपकी सोच मिलती हो और जिन्हे आप बिना सोचे कुछ भी बता सकते हैं। उनके साथ रहें जो मानते हैं की सेक्स के लिए तैयार न होना भी नॉर्मल है। 
  • अपने दोस्तों को नज़रअंदाज़ न करें: सिर्फ अपनी गर्ल/बॉय फ्रेंड ही नहीं, बल्कि दूसरे दोस्तों के साथ भी समय बिताएं।
  • दोस्तों का भी साथ दें: उन दोस्तों की मदद करें जो दबाव महसूस कर रहे हैं। उनकी बात सुनें और उनका सहारा बनें।उनको जज ना करें। अपने मन में उनके लिए गलत इमेज न बनाएं।  

नियति शाह मुंबई में स्थित एक कामुकता शिक्षक, अंतरंगता कोच, लेखक, टेडएक्स स्पीकर हैं। ट्विटर से उनसे यहाँ जुड़ें।

क्या आपके मन में कोई प्रश्न है? हमारे विशेषज्ञों से पूछें! इस कॉलम में हम टीनएजर्स और उनके माँ-पापा से बड़े होने, टीनएज, यौवन पर प्रश्न लेते हैं; और उन्हें विषय वस्तु विशेषज्ञों के सामने रखते हैं

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