स्ट्रेस: इससे कैसे निपटा जाए?
कोई परीक्षा की चिंता में हैं। किसी के माता-पिता उसकी बात नहीं सुन नहीं रहे हैं। किसी के दोस्त बहुत ज्यादा दबाव डाल रहे हैं। आरव, सारा और उसके दोस्तों को ये बातें बहुत तनाव दे रही है! आओ इसके बारे में बात करते हैं।
क्या ये कभी ख़त्म होगा?
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मैं चाहे कितना भी कोशिश कर लूं, लेकिन मैं उससे आगे नहीं निकल सकता। अक्षिता फाइनल एक्जाम में मुझे मात देकर हमेशा फर्स्ट आती है। मैं रोज 18 घंटे पढ़ाई करता हूं। बहुत कम सोता हूं…और अब तो उसे स्कॉलरशिप भी मिलेगी। पापा बहुत नाराज होंगे। वह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि मैं कक्षा में टॉप करुंगा और मुझे भी स्कॉलरशिप मिलेगी। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करुं। मैं उनका सामना कैसे करुं?
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हैलो, मेरा नाम श्रेया है। मैंने पिछले तीन हफ्ते से रात का खाना छोड़ रखा है। बाकी दिन उबला खाना खाती हूं। लेकिन अभी तक मेरा वजन कम नहीं हुआ है। अदिति और उसका गैंग मुझे मोटी कहकर चिढ़ाते हैं, यह सुनते सुनते मैं थक चुकी हूं। मुझे क्लास प्ले के लिए ऑडिशन देने का भी मन नहीं करता। यह सोचकर कि कहीं पीछे से अदिति मुझे मोटी कहकर हंसने न लगे….उफ्फ!
ये तनाव हो सकता है
- कई बार ऐसा लगेगा कि अभी बहुत सारे काम पूरे करने हैं लेकिन उतना समय नहीं बचा है।
- परीक्षा के दौरान आपकी नींद गायब हो सकती है या आप अपने परिवार के सदस्य या दोस्त को लेकर चिंतित हो सकते हैं?
- कभी-कभी हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है- कि हम उतने सक्षम ही नहीं हैं या फिर हम कुछ अच्छा कर ही नहीं पाएंगे।आप अकेले नही हो।
- जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हमारे ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ने लगती हैं जिसके कारण तनाव बढ़ने लगता है।
- स्थितियों और घटनाओं का सामना न कर पाने एवं ख़ास उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण तनाव होना स्वाभाविक है।
- ये उम्मीदें स्कूल के काम, दोस्तों, परिवार, रिश्ते और अन्य चीजों से जुड़ी हो सकती हैं।
- तनाव एक हार्मोन के कारण होता है जो कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए हमारे शरीर द्वारा उत्पादित (निकलता) होता है।
- इसलिए हल्का तनाव होना आम बात है और यह लोगों को अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद कर सकता है।
- हालांकि, अगर रोजाना तनाव होता है या लंबे समय तक रहता है, तो यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
- तनाव हर किसी के लिए अलग-अलग होता है और उम्र बढ़ने के साथ तनाव का स्तर या कारण बदल सकता है।
- जैसे कि: पांच साल की उम्र में किसी बच्चे को पानी की बोतल भूलने की वजह से तनाव हो सकता है, वहीं बारह साल की उम्र के बच्चे को किसी करीबी के साथ बहस के कारण तनाव हो सकता है।
- जब आप सबसे ज्यादा परेशान होते हैं या किसी चीज को लेकर तनाव में रहते हैं, तो उस समय आप नकारात्मक बातें सोचना शुरू कर देते हैं।
- मायने यह रखता है कि आप तनाव से कितनी कुशलता से निपटते हैं। इस पेज पर इनसे जुड़ी कुछ रणनीतियों के बारे में बताया गया है। इसलिए आगे ज़रूर पढ़ें!
लेकिन करें क्या?
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मैं अंतर-विद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता को लेकर सच में घबरा गया हूं। मुझे हमेशा प्राइज मिलता है। इस साल मैं कॉन्फिडेंट नहीं हूं। मैं इतना घबरा गया हूं कि अब अपनी लाइनें भूल रहा हूं।
स्कूल के बाद जब हम घर से जा रहे थे तब आशीष मुझे एक तरफ ले गया और मुझे सिगरेट पीने के लिए बोला। उसने मुझसे कहा कि सिगरेट से मेरा तनाव कम होगा। शुरुआत में मुझे झटका लगा कि वो क्या कह रहा है…लेकिन उसके बहुत जोर देने के बाद मैंने एक बार कोशिश की।
दोस्तों का दबाव (पीयर प्रेशर)
- जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, अपने माता-पिता के साथ कम और अपने उम्र के लोगों (जैसे अपने दोस्तों) के साथ अधिक समय बिताते हैं।
- लेकिन कभी-कभी आपके दोस्त आपको कुछ ऐसा करने के लिए मजबूर कर सकते हैं जो आप नहीं करना चाहते हैं। इसे पीयर प्रेशर कहा जाता है।
- जैसे कि: कभी-कभी आपके दोस्त आपको किसी भी सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने, बेढ़ंगी बातें करने, गंदे चुटकुले और फोटो आदि को शेयर करने के लिए जोर दे सकते हैं।
- इन चीजों से आप असहज महसूस कर सकते हैं क्योंकि इनमें से कुछ चीजें ऐसी हो सकती हैं जो आपको पता है कि आपके लिए ठीक नहीं है।
- इससे आप तनाव में आ सकते हैं।
- आमतौर पर पीयर प्रेशर इन स्थितियों में देखा गया है – जैसे शराब पीने के लिए दबाव, धूम्रपान, एक अनुचित सोशल मीडिया चैट में शामिल होने या किसी को धमकाने के लिए उकसाना।
- जब भी आप ख़ुद को पीयर प्रेशर वाली स्थिति में पाएं तो इनसे निपटने के लिए निम्न में से किसी एक रणनीति को अपनाएं :
- वहां से हट जाएं।
- सीधे मना कर दें।
- विनम्रता से मना कर दें, जैसे ‘नहीं धन्यवाद, लेकिन मैं अपने तरीके से इससे निपट लूंगा।’
- ध्यान न दें और आगे बढ़ें, जैसे कि आपने कुछ सुना ही नहीं।
- उसकी जगह कुछ और करने को कहें, ‘जैसे कि मूड हल्का करने के लिए क्यों न हम सब कोई फिल्म देखने चलें? ‘
- कारण बताएं, जैसे, ‘मैं धूम्रपान नहीं करना चाहता। यह सेहत के लिए हानिकारक है।’
- टॉपिक बदल दें।
यह एक समस्या है
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मुझे नहीं पता कि आयुष के साथ क्या हो रहा है। वह बहुत अजीब तरह से व्यवहार कर रहा है। कल शाम उसने मेरा मैसेज देखा लेकिन जवाब नहीं दिया। मैंने उसे दो बार फोन किया लेकिन फिर भी उसने मेरा फोन नहीं उठाया। मैं सोचती रही कि आख़िर हो क्या रहा है? क्या वह मुझे इग्नोर कर रहा है? लेकिन मैंने ऐसा क्या किया है?
डेटिंग में स्ट्रेस
- जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपको कोई पसंद आने लगता है और आप उसकी ओर आकर्षित हो सकते हैं।
- यदि आप दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं, तो आप एक साथ अधिक से अधिक समय बिताना शुरू कर सकते हैं। इसे आमतौर पर ’डेटिंग’ या ’रिलेशनशिप में होना’ कहते हैं।
- हालांकि, किसी भी अन्य रिश्ते की तरह इसमें भी तनाव, भ्रम, निराशा, गलतफहमी हो सकती है या ऐसा लग सकता है कि इस रिश्ते को अब आगे बढ़ाने की जरुरत नहीं है।
- डेटिंग या रिश्तों में तनाव कई कारणों से हो सकता है जैसे अविश्वास, अस्वीकृति, अकेलापन, कमी नजर आना (जब आपको लगता है कि आप उतने अच्छे नहीं हैं या आपका पार्टनर बहुत अच्छा नहीं है) या खुलेपन और आपसी बातचीत में कमी।
- इससे आगे चलकर बार-बार झगड़े और बहस हो सकती है।
- इस तरह का तनाव हमारी सेहत पर नकारात्मक और हानिकारक प्रभाव डाल सकता है।
- इसलिए रिश्ते में तनाव को कम करने के गुर सीखना फायदेमंद हो सकता है! यहां कुछ तरीके दिए हैं:
- सबसे पहले, घबराएं नहीं। पहली बार यह डरावना लग सकता है, लेकिन आप इससे उबर जाएंगे।
- इस बात को स्वीकार करें कि हाँ यह एक समस्या है।
- अपने पार्टनर से बात करें और आप जो सोचते और महसूस करते हैं उसे बताएं।
- किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें।
- अपनी भावनाओं को छिपाएं नहीं।
- आपको जो करने से सुकून मिलता हो वो करें।
- यदि आपको लगता है कि आपका बेइज्जती की गई है, तो बात बंद कर दें और चले जाएं।
- आपको किसी कारण की वजह से रिलेशनशिप में नहीं रहना चाहिए। जीवन लंबा है और नए रिश्ते बनाना एवं पुराने और नीरस रिश्ते को छोड़कर आगे बढ़ना इसका हिस्सा है।
वे क्यों नहीं समझते?
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मैंने असीम से वादा किया था कि मैं उसके साथ मैथ्स ओलंपियाड में जाऊंगा क्योंकि वह इसे लेकर बहुत तनाव में है। लेकिन जाने से ठीक एक घंटे पहले मेरे मम्मी-पापा ने कहा कि उन्हें दादी को डॉक्टर के पास ले जाना है और मुझे अपनी छोटी बहन के साथ घर पर रहना होगा। मैं सच में बहुत परेशान हो गया।
मुझे पता था कि असीम बहुत गुस्सा करेगा । इससे मेरे माता-पिता नाराज हो गए और उन्हें लगा कि मुझे अपनी बहन या दादी की परवाह नहीं है। जबकि ऐसा नहीं है! मैं अभी बहुत परेशान हूं। ऐसा लग रहा है जैसे मैं रोलर कोस्टर में झूल रहा हूं – जिसमें गुस्सा, चिंता और परेशानी एक साथ महसूस हो रही है!
भावनाओं की थाली
- जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपको कई चुनौतियों या जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है, और उनसे एक साथ ही निपटना पड़ सकता है।
- इसके अलावा ऐसी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है जिसके कारण आपको तनाव या चिंता हो सकती है।
- सामाजिक स्थितियों, पीयर प्रेशर, स्कूल, परीक्षा, रिलेशनशिप, परिवार और अन्य कई नई जिम्मेदारियों से निपटने की कोशिश में भावनाएं आप पर हावी हो सकती हैं।
- आप एक साथ कई तरह की भावनाओं को महसूस कर सकते हैं या दिन, सप्ताह या महीने में कई बार मूड में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- याद रखें, भावनाओं को मैनेज करना सबसे महत्वपूर्ण कौशल है जिसे आप विकसित कर सकते हैं। अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पाने के कुछ आसान तरीके निम्न हैं :
- अपनी भावनाओं को पहचानना सीखें कि आप दुखी हैं या आप पछतावा महसूस कर रहे हैं।
- अपनी भावनाओं को स्वीकार करें – हां, मुझे गुस्सा आ रहा है! हां, मैं शर्मिंदा महसूस कर रहा हूं!
- खुद से बातें करें – अपने आप से सकारात्मक और अच्छी बातें कहें, जैसे, ‘मैं इस पर काबू पा सकता हूं।’
- हमेशा उस पल को जिएं यानी वर्तमान में जिएं।
- अपने माता-पिता, शिक्षक या जिस किसी पर आपको भरोसा हो, उससे बात करें।
- जो कुछ भी आपके मन में चल रहा है उसे लिखें।
- कला, संगीत, व्यायाम या किसी भी ऐसी गतिविधियों में व्यस्त रहें जो आपको किसी खास परेशानी से दूर रखने में मदद करती हों।
मुझे ये करना हैं…
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मैं अपना फेसबुक स्क्रॉल कर रही थी और मेरी नई फोटो पर विधि का एक कमेंट मुझे मिला। उसने लिखा था कि मैं अपने नए चश्मे में चिंपैंजी की तरह लग रही हूं। और फिर उसका कमेंट देखकर हर किसी ने नए चश्मे का मजाक बनाया। मैं कल स्कूल नहीं जाना चाहती हूं। वे सब फिर से मेरा मजाक बनाएंगे। यह कितना तनावपूर्ण है!
खुद को शांत रखने के लिए सुझाव
- पहचानें कि समस्या क्या है। जैसे कि, किसी ने एक फोटो पर असभ्य टिप्पणी पोस्ट की।
- विचार करें: जिससे आपको तनाव हो रहा है, क्या उसे नजरअंदाज करना संभव है? क्या आप कुछ समय के लिए सोशल मीडिया से दूर रह सकते हैं?
- यह आपको उस पोस्ट या लोगों के कमेंट्स से दूर रखने में मदद कर सकता है।यही बात व्हाट्सएप ग्रुप पर भी लागू होती है।
- जी हां, अगर आप असहज महसूस कर रहे हैं तो आप ग्रुप छोड़ सकते हैं।
- क्या आप उस सोशल पोस्ट को हटा सकते हैं या अपने दोस्तों को कॉल करके बता सकते हैं कि आपको उनका कमेंट पसंद नहीं आया और उनसे विनम्रतापूर्वक अपना कमेंट हटाने के लिए कह सकते हैं?
- अपने आप को कम न आंके और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दूसरे क्या कहते हैं। हम सभी को अपने लुक, अपने प्रदर्शन और अपनी स्किल के बारे में दूसरों का ध्यान खिंचना और तारीफ सुनना पसंद होता है। हालांकि यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है, लेकिन साथ ही यह आपकी परेशानी का सबब बन सकता है जब सिर्फ आप अपने बारे में अच्छा सोचते हैं और दूसरे इससे विपरीत सोचते हैं।
- अपने आत्मविश्वास को दूसरो की बातों पर ना निर्भर होने दें।
- थोड़ी देर नींद लें। यकीन मानें, यह मन में उठ रही भावनाओं को शांत करने का सबसे अच्छा उपाय है। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि – वक्त के साथ सब ठीक हो जाता है/अभी जाने दो बाद में देखा जाएगा।
- इसके बारे में बात करके अपनी भावनाओं को जाहिर करें। अपने दोस्त या परिवार के किसी सदस्य को बताएं कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं। कई बार किसी से बात करने के बाद मामला अपने आप सुलझ जाता है।
- किसी भी स्थिति का सामना करने से पहले गहरी सांस लें और दस तक गिनें। बचपन में हमारे शिक्षकों या माता-पिता द्वारा सिखाया गया यह मंत्र वास्तव में बहुत असर करता है। यह हमें शांत करने में मदद करता है। अपने माता-पिता, शिक्षकों या किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें।
- ऐसी मजेदार गतिविधियों (एक्टिविटी) में व्यस्त रहें जो आपके दिमाग को समस्या से दूर करने में मदद करती हों। ख़ुद से उन एक्टिविटीज़ की तलाश करें।
अब मुझे पता है
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अब मुझे पता है जब कोई मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश करता है तो मुझे क्या करना चाहिए। मैं अपने तनाव और प्रेशर से अच्छी तरह निपट सकती हूं।
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और मुझे पता है की मेरे पास एक साथ बहुत सारा काम आ जाए तो मुझे क्या करना चाहिए। और यह भी कि मैं अकेला नहीं हूं।
तनाव और इससे निपटने के तरीके
- जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम कभी-कभी तनावग्रस्त महसूस कर सकते हैं, खासकर तब जब हमें एक ही साथ कई काम और जिम्मेदारियों को निपटाना हो।
- लंबे समय तक और एक साथ बहुत अधिक तनाव लेना हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
- जब हम किसी चीज को लेकर परेशान होते हैं या तनाव लेते हैं तो हम नकारात्मक दिशा में सोचने लगते हैं।
- तनाव हर किसी के लिए अलग होता है और जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं तनाव का कारण बदलने लगता है।
- पीयर प्रेशर वो होता है जब दोस्त हमें कुछ ऐसा करने के लिए उकसाते हैं, जिसे हम नहीं करना चाहते हैं।
- यह शराब पीने, धूम्रपान करने, बुरे सोशल मीडिया समूह में शामिल होने के लिए दबाव डालने या धमकाने या जबरन कार्य करने जैसी स्थितियों में हो सकता है।
- पीयर प्रेशर से लड़ना जरूरी है और इसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए और इससे लड़ने के कई तरीके हैं।
- डेटिंग या रिलेशनशिप भी कभी-कभी तनाव और भ्रम (कन्फ्यूजन) का कारण हो सकता है।
- रोज़मर्रा की जिंदगी और संबंधों में तनाव को कैसे कम करें, इसके टिप्स सीखने से काफी हद तक तनाव से मुक्ति पायी जा सकती है।
- हम एक साथ कई तरह की भावनाओं से गुजर सकते हैं या मूड में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- कई भावनाओं का सामना करने पर हम अकेला और भ्रमित महसूस कर सकते हैं।
- भावनाओं पर नियंत्रण पाना भी एक महत्वपूर्ण कौशल है और हम सभी इसे विकसित कर सकते हैं।
- हमें अपने तनाव की पहचान करनी चाहिए और इसे नियंत्रित कर खुशहाल और स्वस्थ जीवन जीने की कोशिश करनी चाहिए।
- बड़े होने का अर्थ यह है कि हम अपना ख्याल रखें।
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