हॉस्टल डायरीज़: यिन और यैंग!
17 साल के अरनव को जब से पता चला है कि वो पढ़ने के लिए दूसरे शहर जाकर होस्टल में रहने वाला है, तब से उसकी खुशी का ठिकाना नहीं है। लेकिन होस्टल वैसा बिल्कुल भी नहीं है, जैसा उसने सोच रखा था। क्या आप जानते हैं कि उसके साथ क्या हुआ? उसने अपनी डायरी का एक पेज टीन बुक के साथ शेयर किया।
डियर डायरी,
मैं सातवें आसमान पर था, जब मुझे पता चला कि मैं हायर स्कूलिंग के लिए होस्टल जाने वाला हूं। मैंने सोचा था कि अब मैं “जल्दी उठो”, “स्कूल के लिए तैयार हो जाओ” या “बाहर से थोड़ा धनिया ले आओ” की झंझट से बच जाऊंगा और बाकी सारे घर के कामों से भी! कितना मज़ा आएगा। मैंने होस्टल, अपने रूममेट सबके बारे में बहुत सारे सपने देखे थे और इस तरह शुरु हुआ मेरी जिंदगी का नया चैप्टर।
नयी शुरुआत
पहले के कुछ दिन तो बहुत अच्छे से बीते- नए दोस्त बने, उनसे बातें की, नई किताबें ली। और सब कुछ अच्छा चल रहा था। लेकिन जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, बिल्कुल वैसे ही इन दिनों का दूसरा पहलू सामने आना अभी बाकी था।
धीरे-धीरे मुझे अपनी मां की याद आने लगी। मैं जानता हूं कि उन्हें भी मेरी बहुत याद आ रही होगी लेकिन मेरे लिए होस्टल में रहकर पढ़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। मुझे यह भी पता चला कि घर का खाना ही दुनिया का सबसे अच्छा खाना होता है।
रिश्तों का मायाजाल
और मैं अपनी क्लासमेट को कैसे भूल सकता हूं! वो मेरे होस्टल की खिड़की के सामने ही रहती थी और वो काफी सुंदर थी। मेरी नयी क्रश! अब ये तो बिल्कुल नॉर्मल है कि तुम नई जगह में अपने लिए नया क्रश ढूंढ लेते हो, खासकर जब तुम एक टीन हो। लेकिन एक बात याद रखना, कभी भी होस्टल में किसी को पता मत चलने दो कि तुम किसी को पसंद करते हो क्योंकि अगले दिन पूरा होस्टल तुम्हें चिढ़ाने लगेगा! मुझे लगता है कि होस्टल में शायद ऐसा ही होता है लेकिन मैं अपने लाइफ के बारे में किसी से ज्यादा कुछ शेयर नहीं करता हूं।
आखिरकार, हमने डेटिंग शुरू कर दी! रिश्ते के शुरुआती दिन काफी दिलचस्प थे, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, यह थोड़ा सिरदर्द बन गया। जल्द ही जब हमें एहसास हुआ कि इस स्थिति में रहने से हम दोनों को कोई फायदा नहीं हो रहा है, तो हमने डेटिंग बंद कर दी। हार्मोनल बदलाव के कारण हुए इस डेटिंग से ज्यादा जरूरी है इस दौर में ट्रैक पर बने रहना और मां-पापा और अपने भविष्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को जानना। इस पड़ाव पर की गई गलती इंसान को बर्बाद कर सकती है, लेकिन सही इंसान के साथ ये सफर यादगार भी बन जाता है!
कैटल वाला एडवेंचर
होस्टल में कैटल से अपने रूममेट के साथ खाना बनाना वहाँ की मेरी सबसे अच्छी मेमोरी है! क्योंकि इससे मुझे पता चला कि खाना बनाना कितना मुश्किल है – उबालना, चलाना, तलना, ज़्यादा पका देना, आग लगा देना या कभी कभी तो पूरी तरह बर्बाद कर देना! और सबसे खास हिस्सा? वार्डन की ऑफिस के सामने सजा के लिए खड़े रहना- यह तो अलग तरह की खुशी होती है। वो दिन कभी भूल नहीं पाऊंगा।
घर में ही दिल बसता है
पढाई का प्रेशर झेलना, बहुत बड़ा सिलेबस, दोस्ती, रिलेशनशिप का ड्रामा – मैंने सब कुछ देखा है। लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी अपने पेरेंट्स की आंखों में खुशी देखना है, जिन्होंने मेरे लिए कई सपने देखें हैं। घर, जो पहले मुझे जेल लगता था, अब मुझे महल जैसा लगता है। चीजें बहुत बदल जाती हैं। जैसे- छुट्टी में घर जाना और जाते ही बोलना कि मां, मैं घर आ गया। होस्टल कोई जेल या टॉर्चर वाली जगह नहीं है। होस्टल का भी एक अलग मज़ा है लेकिन वो घर की जगह नहीं ले सकता।
नाम बदल दिए गए हैं. यह लेख हमारे टीनबुक एडवाइजरी बोर्ड (टीएबी) के एक सदस्य द्वारा लिखा गया है। (टीएबी) क्या है और इसमें कैसे शामिल हों, इसके बारे में अधिक जानने के लिए कृपया यहां क्लिक करें