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मेरे मम्मी-पापा चाहते हैं कि मैं डॉक्टर बनूं!

मेरे मम्मी-पापा चाहते हैं कि मैं एक डॉक्टर बनूं जबकि मैं एक फैशन डिजाइनर बनना चाहती हूँ। क्या मुझे उनसे इस बारे में बात करनी चाहिए? सिया, 15, गुड़गांव।

सीधी बात नो बकवास!

​​सबसे पहले तो ये बहुत अच्छी बात है कि तुम जानती और समझती हो कि तुम्हे आगे चल कर क्या करना है। मुझे ही देख लो, जब में तुम्हारी उम्र की थी, आगे क्या करना है को लेकर तो मेरे सारे ही ‘तारे ज़मीन पर’ थे। इतना आसान नहीं है ब्रो! करने के लिए इतना कुछ और चुनने के लिए समय बहुत कम।
तो सबसे पहले, इस बारे में काफी स्मार्ट होने के लिए आपको बधाई।
अब तुम्हारे सवाल का जवाब देते हुए मै कहना चाहूँगी – हाँ! हाँ! हाँ! उनसे बात करो।
मैं समझ सकती ये सब तुम्हारे लिए कितना टेंशन भरा होगा। किसी ऐसी चीज (तुम्हारे केस में डॉक्टरी) के बारे में सोचना और उसके लिए काम करना जो तुम्हें पसंद भी नहीं है। तो अपने और अपने माता-पिता की खुशी के लिए, उनसे इस बारे में बात करो।
देखो, डरने की कोई बात नहीं है, ऐसा तो है नहीं की तुम उनसे चोर या डाकू बनने के लिए पूछ रहे हो, है ना? तुम बस अपना भविष्य डॉक्टर से डिज़ाइनर में बदलना चाहते हो और वो बिल्कुल नॉर्मल है।

क्या तुम्हे यकीन है?

तुम्हे वही करना चाहिए जिससे तुम्हे ख़ुशी मिलती है और तुम्हारी ख़ुशी मतलब माँ-पापा की ख़ुशी। सिम्पल! तो उन्हें समझाना इतना मुश्किल भी नहीं होगा।
पर हाँ, अगर तुम चाहती हो कि ये सब काम करे इसके लिए तुम्हे भी इस बारे में पूरी तरह सुनिश्चित होना होगा। अगर तुम सिर्फ डॉक्टर बनने से भागना चाहती हो तो ये काम नहीं करेगा। क्योंकि मेहनत तो डिज़ाइनर बनने के लिए भी तुम्हे खूब सारी करनी पड़ेगी। तो इसका कोई भी आसान तरीका नहीं है।
साथ ही अगर तुम ही इस बारे में नहीं सोचोगी तो अपने घरवालों को कैसे मनाओगी? तो इस बारे में सोचो, रीसर्च करो और फिर उनसे इस बारे में बात करो। वो ज़रूर समझेंगे।

उनकी भी सुनो

और सिर्फ अपनी ही नहीं, उनकी भी सुनो। इस बातचीत में एक खुले दिमाग से जाओ। उनके इस इच्छा के पीछे की वजह जानो। उन्होंने तुम्हे बचपन से देखा है – क्या पता उन्हें लगता हो की तुम एक अच्छी डॉक्टर बन सकती हो। क्या उनके पास इस इच्छा के लिए एक मज़बूत कारण है? या यह सिर्फ ये उनके अपने बचपन का सपना है (जो निश्चित रूप से तुम्हारे लिए कोई अच्छा कारण नहीं है!)
लेकिन अपनी बात आगे बढ़ाने से पहले उन्हें भी बात करने दो, क्योंकि करियर चुनना एक अहम फैसला होता है। यह तुम्हारे जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता है। तुम्हे खुद पर भरोसा रखना चाहिए पर एक दूसरी राय लेने में कोई भी नुकसान तो नहीं है ना! अपने पास वह प्रसिद्ध कहावत है ना – सुनो सबकी, करो अपने मन की।
तोअपने माता-पिता को सुनें, इसके बारे में सोचें, और फिर हाँ, एक बार जब तुम पूरी तरह से आश्वस्त हो जाओ, तो उनसे इस बारे में ज़रूर बात करें। यह काम करेगा और ब्रो, टेंशन नहीं लेने का!

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