‘मुझे लगा मैं बहुत बदसूरत हूँ’
नव्या (17) ने अपने बॉयफ्रेंड अयान (18) को चीट करते पकड़ा। उसका दिल टूट गया और ऐसे में वह इतनी उदास हो गयी की इस सब के लिए वो खुद को दोषी ठहराने लगी। उसने अपनी मन की बात टीनबुक के साथ शेयर की और साथ ही साथ कुछ ऐसे टिप्स भी दिए जो की उन सब के काम आएंगे जिनका दिल टूटा है!
क्या बेवकूफी थी
मैं तब स्कूल में थी जब अयान ने मुझे चीट किया। मैंने उसे प्लेग्राउंड पर तान्या को उसी जगह गले लगते हुए देखा जहाँ कुछ दिन पहले उसने मुझे गले से लगाया था। हमने अपने नाम पेड़ के तने के ऊपर भी लिखे थे। यही सोच कर कि अब यह रिश्ता हमेशा के लिए है। पर अब वो सब पागलपन लगता है।
जब मैंने उन दोनों को साथ देखा, तब मैं घंटी बजने से पहले ही क्लास की तरफ भाग गई।अयान मुझे वहां देख कर घबरा गया था क्योंकि मैंने उसे बताया था कि मैं आज स्कूल नहीं आऊँगी क्योंकि मेरी तबियत ख़राब हैं। जब उसने मुझे देखा वो हक्का बक्का रह गया और उसके पसीने छूटने लगे।
सब मेरी ही गलती?
मेरी बेस्ट फ्रेंड निहारिका ने मुझसे पूछा भी कि क्या तुम ठीक हो पर मैंने उसे इग्नोर कर दिया। स्पोर्ट्स क्लास में जाते हुए मैं तान्या से टकरा गई। वैसे तो वो बेहद खूबसूरत हैं पर उस समय मुझे उसे देख कर बिल्कुल अच्छा नहीं लगा। उसने भी मेरी तरफ बुरी नज़रों से देखा। उसने अपना सर एक तरफ घुमाया और मुझसे नज़रें नहीं मिलाई। उस समय मुझे ऐसा लग रहा था कि काश मैं उसका सर दीवार में ही मार देती।
उस टाइम अयान भी पास में ही खड़ा था और जब उसने मुझे देखा तो मुझे लगा कि या तो मैं रोने लग जाऊँगी और या उल्टी कर दूँगी। क्या ऐसा ही होता है गुस्सा? उसने मुझसे बात करने की कोशिश करी पर मैं उससे दूर हट गई। अब मैं उस पर ट्रस्ट नहीं कर सकती थीं।
चाहे मैं अयान से जितनी भी नफरत करू, मैं उसे कभी नहीं भुला पाऊंगी। फिलहाल तो नहीं। मैंने उसे बात ही नहीं करने दी, मन में ख्याल आया क्या यह सही है? क्या उसको अपनी बात करने का मौका देना चाहिए? मेरे दिमाग ने तो साफ इंकार कर दिया पर मेरे दिल बोला एक और मौका दिया जा सकता है। मुझे अभी भी ये समझ नहीं आ रहा कि उसने मुझे धोखा क्यों दिया; क्या में बदसूरत हूं, बेढंगी हूं, या ज्यादा ही बालों वाली हूँ।
या मेरे पास तान्या जैसा शरीर नहीं हैं? मैं तो हूँ ही बदसूरत। यही सब सोचते सोचते मैं घर चली गयी।
ज़रूरत स्टाइल की
जैसे ही मेरी इनसिक्योरिटी मुझे सताने लगी, मेरी बेस्ट फ्रेंड का फ़ोन आया। वो मेरा साथ कभी नही छोड़ेगी मुझे पता था। वो मेरे घर के बाहर खड़ी हुई थी। निहारिका मेरी सीनियर हैं पर वो मेरी बेस्ट फ्रेंड भी हैं। उसने मुझे कसकर गले लगाया और मुझे बिठाया। उसने मुझे रोने दिया।
“शायद मुझे खाना बंद करने की ज़रूरत है और मुझे कुछ स्टाइलिश कपड़े खरीदने चाहिए। मुझे नहीं लगता कि मेरा कोई स्टाइल है। मैं बोरिंग और बदसूरत हूं। इसलिए उसने मुझे छोड़ दिया”, मैं अब ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी और रो रही थी।
“इसमें तुम्हारी गलती नही है।सच में”, उसने कहा और मेरा हाथ पकड़ लिया। मैं अभी भी रो रही थी। इसलिए मैंने अपने मन की भड़ास निकलते हुए बहुत कुछ बोल दिया – यह भी की मैं तान्या जैसी नहीं दिखती और उसकी जैसी बॉडी नहीं है मेरे पास!
निहारिका ने मुझे रोने और बात करने दिया। जब मैं चुप हुई, वह फिर बोली।
“तुम्हारा हो गया क्या? तुम्हें क्या सही मैं अपने लिए ऐसा लगता हैं? जो लड़की अपनी पढ़ाई में, खेल कूद में सबसे अच्छी है, और तो और, सारी टीचर्स की फेवरिट है, वो अपने बारे मे यह सोच रही है कि उसे स्टाइल की ज़रूरत है? मैं तो सच में तुम्हारे बारे में सोच के टेंशन में आ गयी यार!”
दिल से पहले दोस्त
“यार तू, तू हैं, तू बेस्ट हैं, तेरे जैसा और कोई नहीं हैं। अयान ने जो तेरे साथ किया उसे चीटिंग बोलते हैं। और वो तेरी गलती नहीं हैं, वो उसकी गलती हैं। अगर उसको तेरे साथ रिश्ता नहीं रखना था तो सीधा सीधा बोल देता। और अगर वो ऐसा ही है तो वो तान्या के साथ भी ऐसा कर सकता हैं। तो तू ऐसा क्यों सोच रही हैं। अपने आप के बारे में गलत सोचना बन्द कर, प्लीज़”।
निहारिका के मुँह से ये सब सुन कर मानो मेरे दिमाग की बत्ती जल गयी। मैं अपने आप को इतना कोस रही थीं कि मैं भूल ही गई कि वो अयान था जिसने मुझे चीट किया था, धोखा दिया था। मैंने कुछ गलत नहीं किया। पर मैंने सारा दोष अपने ऊपर ही डाल दिया। हमारी असुरक्षा हमसे क्या क्या करवा देती है”।
“शुक्रिया यार, अब मुझे सब कुछ समझ में आ रहा है। मुझे माफ़ करना, मैं थोड़ा सदमे में थी।” मैंने आंसू पूछते हुए कहा।
निहारिका ने मुझे गले से लगाया और हम दोनों कुछ देर वहीं बैठे रहे, मेरी पसंदीदा वनीला चॉकलेट आइसक्रीम क्रीम खाते हुए, जो वही मेरे लिए लाई थी। आइसक्रीम का अपना ही मज़ा होता है। आइसक्रीम खाते हुए मैंने यही सोचा कि मैं कितनी लकी हूँ की निहारिका मेरी बेस्ट फ्रेंड हैं। उसने मेरा आत्म विश्वास दुबारा जगाने मैं मेरी मदद की। तो मेरी एडवाइस यही हैं सारी लड़कियों से की बॉयफ्रेंड से पहले एक बेस्ट फ्रेंड होना बहुत ज़रूरी हैं। जो हर अच्छे और बुरे वक़्त मैं आपका साथ दे सके। और आपको दिल टूटने से बचा सकें।
क्या आप कभी निशा की स्थिति में आए हैं? आपने कैसा महसूस किया? क्या आपने इसके बारे में कुछ किया? नीचे कमेंट बॉक्स में हमारे साथ शेयर करें। याद रखें, कोई भी व्यक्तिगत जानकारी कमेंट बॉक्स में न डालें।